Petrol Diesel Price : सोमवार की सुबह एक उम्मीद की किरण लेकर आई, जब देश के तमाम शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अप्रत्याशित गिरावट दर्ज की गई। लगातार महंगाई से जूझ रहे आम नागरिकों के लिए यह खबर किसी ठंडी हवा के झोंके जैसी लगी। आज जब लोगों ने पेट्रोल पंप की तरफ रुख किया, तो डिजिटल बोर्ड पर चमकती कम कीमतें देख चेहरे पर मुस्कान खुद-ब-खुद आ गई। क्योंकि देश के तमाम शहरों में जब रोजाना सुबह 6:00 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतें जारी की जाती है। उसके बाद लाखों करोड़ों वाहन चालकों को सस्ता पेट्रोल और डीजल की कीमत देख एक अलग लेवल की खुशी होती है।
कितनी गिरावट आई? जानिए प्रमुख शहरों का हाल
- दिल्ली में आज 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 104.80 रुपए और डीजल 93.10 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है।
- कोलकाता में आज 1 लीटर पेट्रोल 102.40 रुपए और डीजल 94.00 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है।
- मुंबई में आज 1 लीटर पेट्रोल 105.20 रुपए और डीजल 95.30 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है।
- चेन्नई में आज 1 लीटर पेट्रोल 103.25 और रुपए और डीजल 94.20 प्रति लीटर मिल रहा है।
- भोपाल में आज 1 लीटर पेट्रोल 102.90 रुपए और डीजल 92.90 प्रति लीटर मिल रहा है।
- लखनऊ में आज 1 लीटर पेट्रोल 103.23 रुपए और डीजल 94.20 रुपए प्रति लीटर मिलरहा है।
क्यों आई इतनी बड़ी गिरावट?
1. अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें $68 प्रति बैरल तक गिर गई हैं, जो बीते 14 महीनों में सबसे निचला स्तर है।
2. सरकार की सक्रियता: केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में हल्का कटौती कर आम जनता को राहत देने का कदम उठाया है, जबकि कुछ राज्यों ने वैट भी घटा दिया।
3. मांग में अस्थायी मंदी: वैश्विक स्तर पर डिमांड में गिरावट और अमेरिका-चीन ट्रेड टेंशन से ऊर्जा खपत में सुस्ती आई है, जिससे कीमतें नीचे आईं।
जनता की जुबानी
- नीलम देवी, एक शिक्षिका (पटना) कहती हैं,”हर महीने की शुरुआत तेल भरवाने में जेब हल्की हो जाती थी। आज पहली बार लगा कि सरकार ने आम आदमी की सुनी है।”
- राहुल यादव, एक डिलीवरी बॉय (नोएडा), “पेट्रोल के दाम कम हुए तो मानो आधी सैलरी बच गई। बाइक चलाना थोड़ा आसान लगेगा अब।”
क्या यह राहत स्थायी है?
बाजार विश्लेषकों की मानें तो यह राहत फिलहाल अस्थायी हो सकती है। यदि भू-राजनीतिक हालात सुधरते हैं और वैश्विक मांग फिर से बढ़ती है, तो कीमतों में दोबारा उछाल आ सकता है। लेकिन सरकार के हालिया संकेतों से साफ है कि आम आदमी पर बोझ कम करने की मंशा फिलहाल मजबूत बनी हुई है।
अब क्या करें उपभोक्ता?
- यह समय लंबी दूरी की यात्रा या नियमित फ्यूल बुकिंग के लिए मुफीद हो सकता है।
- पेट्रोल पंप की भीड़ से बचने के लिए डिजिटल पेमेंट और ऑफ-पीक घंटों में ईंधन भरवाना बेहतर रहेगा।
निष्कर्ष
15 जुलाई 2025 का यह दिन इतिहास में दर्ज हो सकता है — जब तेल की कीमतें जनता की पहुंच में आईं और हर आम चेहरे पर सुकून की मुस्कान दिखाई दी। उम्मीद है यह राहत सिर्फ एक दिन की न होकर एक नई शुरुआत बने।
Disclaimer : यह लेख जनहित में जारी किया गया है और केवल सूचना के उद्देश्य से है। कृपया अपने शहर की स्थानीय दरें आधिकारिक पेट्रोलियम वेबसाइट या ऐप पर जरूर जांचें।